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स्वराज्य
भारत माता व्यथित आज़ भी, अपनी ही संतानों से!
त्राहि त्राहि करती है जनता, ज़ननायक नादानो से!!
ज़न नायक को चुन कर भेजते... Read more
योजनाएं बनाएं ,हवाई किले नहीं।
पैर ज़मीं पर पड़ें, हवा में नहीं।।
अगर आसमाँ में उड़ना है,
मज़बूत पंख लगाने होंगे।
अगर आसमाँ को छूना है,... Read more
जब एक बार ही मरना है,
तो रोज़-रोज़ क्यों डरना है?
जीवन के बेरोक सफ़र में,
विपदाएं आती जाती हैं।
जलधारा में चलती नौका,
लहरें भी ट... Read more
आज हमारे जाँबाज़ों ने,दुश्मन को ललकारा है।
एक कोस घुटनों पे चलकर, ट्रेनिंग कैंप उजाड़ा है।।
भाड़े के टट्टुओं को मारा,आह भी नहीं निक... Read more
ओढ़ तिरंगे को क्यों पापा आये है?
माँ ! मेरा मन, क्यों समझ न पाये है?
पापा मुन्ना मुन्ना ,कहते आते थे,
टॉफियाँ खिलौने भीे, साथ में... Read more
हिन्द जनों के कोटि कंठ से,
गूँज रहा एक नारा है।
काश्मीर भारत का मस्तक ,
अब पाक ,पी ओ के हमारा है।।
सुनो शरीफ़ो ,सरताज़ ध्यान ध... Read more
जलता दीपक देता प्रकाश,
और ख़ुशी सभी को होती है।
पर दीपक की लौ के नीचे,
बाती जलती होती है ।।
शिशु जन्म और पालन पोषण,
माँ की ज़ि... Read more