Purav Goyal Joined June 2016 9 Posts · 184 Views Follow Followers Loading followers जवान बेवा की जुल्फें हो गई जिन्दगी न संवारने का दिल ना बनाने का दिल Read more जवान बेवा की जुल्फें हो गई जिन्दगी न संवारने का दिल ना बनाने का दिल Share Share Facebook Twitter WhatsApp Copy link to share Posts (9) All गज़ल/गीतिका (9) Sort by: Date Views कागज पे हालाते-दिल लिखते हुये इक दिन मौत आ जानी है Purav Goyal Jun 18, 2016 · गज़ल/गीतिका 11 ख़ुदकुशी करने के मैं रोज बहाने ढूँढने लगा हूँ Purav Goyal Jun 17, 2016 · गज़ल/गीतिका 1 · 18 आँखों में अब आंसू छिपाना कितना मुश्किल है Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 8 आँखों की दीवारों में नमी अब बैठने लगी Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 21 आँखों में दर्द की मौजे अब मचलने लगी Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 1 · 1 · 15 पानी आँखों में ठहरा दिखाई देता है Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 24 खाकी - खद्दर पहने हुये , इंसान बिकने लगे Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 18 चेहरे की उदासी को , धोने नहीं दिया इक ग़ज़ल ने Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 57 सम्भाल के मुझे , किताब में कौन रखेगा Purav Goyal Jun 16, 2016 · गज़ल/गीतिका 12