Raju Kale
Mandleshwar
Joined August 2017
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मैं एक कृषक, शिक्षक एवं एक अदना सा कलमकार हूँ | " मेरी कविता गीत… Read more
मैं एक कृषक, शिक्षक एवं एक अदना सा कलमकार हूँ |
” मेरी कविता गीत है, छंद है,
और आपके अंतर का द्वन्द है,
रस मत खोजना, पीड़ा मिलेगी,
आपके मन की ही क्रीडा मिलेगी ||”