गुप्तरत्न भोपाल Joined November 2017 4 Posts · 49 Views Follow Followers Loading followers शायर है ज़नाब दिलो मैं आग लगा दे लफ्ज़ो मैं वो आग रखते है........ Books:… Read more शायर है ज़नाब दिलो मैं आग लगा दे लफ्ज़ो मैं वो आग रखते है…….. Books: आप सभी का साथ रहा तो शीघ्र प्रकाशित होगी Share Share Facebook Twitter WhatsApp Copy link to share Posts (4) All कविता (2)गज़ल/गीतिका (2) Sort by: Date Views हर स्टूडेंट की दर्द भरी कहानी गुप्तरत्न की जुबानी ॥ गुप्तरत्न Jun 30, 2020 · कविता 2 · 2 · 17 "गुप्त रत्न"नहीं मिटेगी मृगतृष्णा कस्तूरी मन के अन्दर है, गुप्तरत्न Sep 25, 2018 · कविता 1 · 7 हवायें क़यामत है................... गुप्तरत्न Dec 10, 2017 · गज़ल/गीतिका 1 · 6 शायर है ज़नाब। ......दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll गुप्तरत्न Nov 30, 2017 · गज़ल/गीतिका 1 · 19