Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2017 · 1 min read

II…हदों को पार करना भी….II

जरुरी है मोहब्बत में हदों को पार करना भीl
अकीदत में झुका हो सिर जरूरत वार करना भी ll

कई टूटे कई बिखरे कई आबाद भी लेकिन l
सभी को है पड़ा चलना ए दरिया पार करना भीll

जुबान की होती है सीमा इशारों की भी भाषा हैl
होती आंखों से भी बातें मगर इजहार करना भी ll

अगर कुछ भी न हो मुमकिन तो भेजो कोरा कागज ही l
लिफाफे पर कहीं कोने में कुछ उद्गगIर करना भी ll

चलें राहे सभी सीधी मगर है चाल कुछ टेढ़ीl
यहां इनकार में भी हां कभी इकरार करना भीll

ए दुनिया पाठशाला है ‘सलिल’ कुछ ठेकेदारों कीl
सिखाती नफरते भी ए मगर तुम प्यार करना भीll

संजय सिंह ‘सलिल’
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश ll

524 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वक्त का इंतजार करो मेरे भाई
वक्त का इंतजार करो मेरे भाई
Yash mehra
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
किछ पन्नाके छै ई जिनगीहमरा हाथमे कलम नइँमेटाैना थमाएल गेल अछ
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
ख़यालों के परिंदे
ख़यालों के परिंदे
Anis Shah
देश प्रेम
देश प्रेम
Dr Parveen Thakur
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
हाय वो बचपन कहाँ खो गया
VINOD CHAUHAN
Khud ke khalish ko bharne ka
Khud ke khalish ko bharne ka
Sakshi Tripathi
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
पास बुलाता सन्नाटा
पास बुलाता सन्नाटा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
देव दीपावली
देव दीपावली
Vedha Singh
इंद्रवती
इंद्रवती
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
*परिचय*
*परिचय*
Pratibha Pandey
हिंदी सबसे प्यारा है
हिंदी सबसे प्यारा है
शेख रहमत अली "बस्तवी"
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
Radhakishan R. Mundhra
दूसरों को देते हैं ज्ञान
दूसरों को देते हैं ज्ञान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन की अभिव्यक्ति
जीवन की अभिव्यक्ति
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का रचना संसार।
Dr. Narendra Valmiki
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
#सामयिक_सलाह
#सामयिक_सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
दूध बन जाता है पानी
दूध बन जाता है पानी
कवि दीपक बवेजा
********* हो गया चाँद बासी ********
********* हो गया चाँद बासी ********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बुंदेली लघुकथा - कछु तुम समजे, कछु हम
बुंदेली लघुकथा - कछु तुम समजे, कछु हम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
कुछ याद बन
कुछ याद बन
Dr fauzia Naseem shad
*सेब (बाल कविता)*
*सेब (बाल कविता)*
Ravi Prakash
दोगलापन
दोगलापन
Mamta Singh Devaa
Loading...