Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

II बिन कहे सब कहा……II

बिन कहे सब कहा, फिर क्या रह गया l
आते आते मेरा नाम, सा रह गया ll

रुक गए थे कदम ,और लव भी हिले l
वो ना आगे बढ़े, मै रुका रह गया ll

समय का सफर ,आगे बढ़ता रहा l
वक्त मेरे लिए पर ,थमा रह गया ll

यह तिजारत मुझे ,बहुत महंगी पड़ी l
सब यहां का वहां, क्या नफा रह गया ll

कुछ न बोले मगर, बात सब हो गई l
क्या कहूं मैं खड़ा ,सोचता रह गया ll

बात मुश्किल तो, इतनी न थी “सलिल”l
था न काफी मेरा, हौसला रह गया ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

337 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मांओं को
मांओं को
Shweta Soni
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
अनसोई कविता...........
अनसोई कविता...........
sushil sarna
रिश्तों के
रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
बहुत कीमती है दिल का सुकून
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
Kunal Prashant
*रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई,
*रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई,
Dushyant Kumar
मतदान
मतदान
साहिल
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
पागल तो मैं ही हूँ
पागल तो मैं ही हूँ
gurudeenverma198
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
Phool gufran
"असल बीमारी"
Dr. Kishan tandon kranti
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
तौबा ! कैसा यह रिवाज
तौबा ! कैसा यह रिवाज
ओनिका सेतिया 'अनु '
उड़ान
उड़ान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2702.*पूर्णिका*
2702.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज......
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज......
*Author प्रणय प्रभात*
Kbhi Karib aake to dekho
Kbhi Karib aake to dekho
Sakshi Tripathi
गुरु तेग बहादुर जी जन्म दिवस
गुरु तेग बहादुर जी जन्म दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*मध्यमवर्ग तबाह, धूम से कर के शादी (कुंडलिया)*
*मध्यमवर्ग तबाह, धूम से कर के शादी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
देश भक्ति का ढोंग
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
पुस्तक
पुस्तक
Sangeeta Beniwal
“अकेला”
“अकेला”
DrLakshman Jha Parimal
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
Loading...