Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2017 · 1 min read

II करीबी कितनी II

दो लाइने लिख कर,

सभी को जांच लेता हूं l

किसमें कसर कितनी,

वो भी मैं भाप लेता हूं l

करता नहीं शिकवा,

कभी जमाने से लेकिन l

उससे करीबी कितनी,

किसकी नाप लेता हूं l

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

Language: Hindi
274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हो जाऊं तेरी!
हो जाऊं तेरी!
Farzana Ismail
अंबेडकर और भगतसिंह
अंबेडकर और भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
कभी- कभी
कभी- कभी
Harish Chandra Pande
आंख से गिरे हुए आंसू,
आंख से गिरे हुए आंसू,
नेताम आर सी
3283.*पूर्णिका*
3283.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
प्रेरणा
प्रेरणा
पूर्वार्थ
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
तपोवन है जीवन
तपोवन है जीवन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
खुशियों की डिलीवरी
खुशियों की डिलीवरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
Rj Anand Prajapati
सुना था,
सुना था,
हिमांशु Kulshrestha
याद
याद
Kanchan Khanna
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
Umender kumar
*रामचरितमानस का पाठ : कुछ दोहे*
*रामचरितमानस का पाठ : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
💐Prodigy Love-15💐
💐Prodigy Love-15💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"वक्त के पाँव में"
Dr. Kishan tandon kranti
जय रावण जी / मुसाफ़िर बैठा
जय रावण जी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
सफर
सफर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
- मेरी मोहब्बत तुम्हारा इंतिहान हो गई -
- मेरी मोहब्बत तुम्हारा इंतिहान हो गई -
bharat gehlot
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
Arvind trivedi
यदि मन में हो संकल्प अडिग
यदि मन में हो संकल्प अडिग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
गुरु
गुरु
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...