Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2016 · 1 min read

_इलाहाबाद

इलाहाबाद की मिट्टी की खुशबू कुछ खास है
क्यूंकि यहॉ गंगा जमुना सरस्वती का वास है
लेटे हनुमान जी की महिमा अपार है
तभीतो गंगा जी उनके चरण छूने को बेकरार है
सब तरफ फैली एक खूबसूरत मिठास है
क्यूकि सबके दिलों मे प्यार की सौगात है
खाने की चीजों की लाजवाब बयार है
क्युकि हर तरफ जायकेदार बाजार
नेतराम की कचौरी हो या निराला की चाट हो
भगवानदास की मिठाई हो या कोई भी हलवाई हो
सबका अपना एक अलग अंदाज
सिविल लाइंस का चुरमुरा भी लाइन लग कर बिकता है
उसका चटखारा भी दूर दूर तक दिखता है
काफी हाउस मे राजनीतिक सरगर्मी है
तो एलचिको मे अजब गहमा गहमी है
चौक बाजार हे या तो खुल्दाबाद हो
क्या कहे यही तो इलाहाबाद है
जो सचमुच खासम खास है

Language: Hindi
451 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व ,
Neelam Sharma
#जगन्नाथपुरी_यात्रा
#जगन्नाथपुरी_यात्रा
Ravi Prakash
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
अपने जमीर का कभी हम सौदा नही करेगे
shabina. Naaz
दीवाली शुभकामनाएं
दीवाली शुभकामनाएं
kumar Deepak "Mani"
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
रास्ते  की  ठोकरों  को  मील   का  पत्थर     बनाता    चल
रास्ते की ठोकरों को मील का पत्थर बनाता चल
पूर्वार्थ
*मैं और मेरी तन्हाई*
*मैं और मेरी तन्हाई*
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पर्यावरण दिवस
पर्यावरण दिवस
Satish Srijan
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
शोभा कुमारी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
आलोचक सबसे बड़े शुभचिंतक
आलोचक सबसे बड़े शुभचिंतक
Paras Nath Jha
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
हो गये अब हम तुम्हारे जैसे ही
gurudeenverma198
।। परिधि में रहे......।।
।। परिधि में रहे......।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पैसा
पैसा
Kanchan Khanna
नौकरी (१)
नौकरी (१)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रंगों की सुखद फुहार
रंगों की सुखद फुहार
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
हिंदी हाइकु- नवरात्रि विशेष
हिंदी हाइकु- नवरात्रि विशेष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आउट करें, गेट आउट करें
आउट करें, गेट आउट करें
Dr MusafiR BaithA
खोखला वर्तमान
खोखला वर्तमान
Mahender Singh
!! कुद़रत का संसार !!
!! कुद़रत का संसार !!
Chunnu Lal Gupta
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
किसके हाथों में थामो गे जिंदगी अपनी
किसके हाथों में थामो गे जिंदगी अपनी
कवि दीपक बवेजा
किसी की परख
किसी की परख
*Author प्रणय प्रभात*
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
Monika Verma
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
Phool gufran
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
Loading...