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12 Sep 2017 · 1 min read

१२२२–१२२२–१२२
आ रहूंगा

अकेला जान घबराना नहीं तू
मैं तेरे साथ बन साया रहूंगा

तुम्हारी चाहतो में था हमेशा
कहो तो कैसे अंजाना रहूंगा

तेरी आंखो में कैसी थी शरारत
मैं पूरी रात ही बहका रहूंगा

गुमा तुमको अगरचे हुस्न का है
तो गोया उम्र भर डूबा रहूंगा

चुरा लूंगा तेरी आंखो के मोती
हंसी बन होठों पर खिलता रहूंगा

खयालो में मेरे अब तू ही तू है
खयालो में ही मैं ज़िंदा रहूंगा

शरीफ़ो में मेरा भी नाम है अब
तेरे सजदे में ही जीता रहूंगा

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