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18 Nov 2018 · 1 min read

22 रागनी किस्सा ब्रह्मज्ञान (सतगुरु की सेवा करकै) मनजीत पहासौरिया

छोड़दे बुरे काम बन्दे, सत्संग में आया कर,
सतगुरु की सेवा करकै, गुण ईश्वर के गाया कर..!!

सतगुरू का नाम रटजा, भरम गात का आप मिट जा,
मन कपटी डट जा, दर्शन हर के पाया कर..!!१!!

भजन करे जा राम का, उठकै सुबह और श्याम का,
हरि के नाम का, प्रसाद रोज खाया कर ..!!२!!

एक दिन यो चाम खपणा, बस पाप धर्म रहैगा अपना,
सच्चे मालिक नाम जपणा, माला काट की ठाया कर..!!३!!

मनुष्य जन्म मिलता शुभ कर्मा तै, पूछ लिए गुरु कपीन्द्र शर्मा तै,
कहै मनजीत करे दान धर्मा तै, बडे पार जाया कर..!!४!!

रचनाकार:- पं मनजीत पहासौरिया
फोन नं :- 9467354911

Language: Hindi
449 Views
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