21वीं सदी में भारत
इस नई सदी में कोई
कमाल होना चाहिए
सारी दुनिया में भारत
मिसाल होना चाहिए।
जाति धर्म के नाम पर
बैर ना हो कोई यहां
भाषा प्रांत के नाम पर
गैर न हो कोई यहां
हवाओं में खुशबू और
गुलाल होना चाहिए।
खून पसीने से लिखे
हर कोई अपना किस्सा
भेदभाव के बिना मिले
सबको बराबर हिस्सा
मजदूर और किसान को
खुशहाल होना चाहिए।
देश की सीमा में कोई
दुश्मन जो पैर बढ़ाए
देश के दामन पर कोई
गद्दार जो दाग लगाए
संसद से सड़क तक
बवाल होना चाहिए।
सरदार भगत सिंह ने
देखा था कभी जिसका ख्वाब
भीमराव अंबेडकर ने
रखी थी जिसकी बुनियाद
फिरदौस वही धरती पर
थमाल होना चाहिए
इस नई सदी में..
Shekhar Chandra Mitra