*?सतरंगी तितली?*
?सतरंगी तितली?
रंग बिरंगी सुंदर तितली,,
किस जहान से आई हो।।
मेरे घर आँगन में आकर,,
शोभा तुमने बढ़ाई हो।।
प्यारा रूप सलोना तेरा,,
पंखो में रंग भर आईं हो।।
पंख तुम्हारे सबको भाते,,
कोमल अंग लेकर आई हो।।
खेले बच्चे साथ तुम्हारे तुम,,
बच्चो का मन खूब हर्षाई हो।।
कभी फूलो पर कभी क्यारी पर,,
तुम जा जा कर मंडराई हो।।
हाथ फैलाकर तुमको पकड़े,,
तुम झट से उड़ जाती पाई हो।।
फूलो के संग खेल खेलती,,
अपना ही रंग बिखराई हो।।
सोनु का मन मोह लिया और,,
सब को तुम खूब लुभाई हो।।
(सोनु जैन मन्दसौर)