Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2017 · 1 min read

? मित्र कैसा हो?…?

?? सच्चा मित्र ??
✏विधान-16-12(सार छंद)
??????????

मित्र बनाओ फूलों जैसे, उर की बगिया महके।
मित्र बनाओ पंछी जैसे, जीवन नित-प्रति चहके।
मित्र बनाओ कलम सरीखा, सृजन करे गुणशीला।
मित्र बनाओ रंग-बिरंगे, जीवन हो रंगीला।

मित्र बना लो सरस पुस्तकें, ज्ञान बढ़ाओ अपना।
मित्र बनाओ सकल चराचर, पूरा हो हर सपना।
कृष्ण बनो जब मिले सुदामा, पूरी कर दो आशा।
हनुमत जैसे मित्र बदलते, रिश्तों की परिभाषा।

अर्जुन जैसे मित्र सारथी, यदुनंदन बन जाते।
कपिभूषण के मित्र रामजी, बाली मार गिराते।
मित्र बने लंकेश विभीषण, राम-नाम गुण गाए ।
परम् मित्रता-भाव जान हरि, साग विदुर घर खाए।

जान-परखकर मित्र बनाओ, यही नीति का कहना।
अज्ञानी यदि मित्र बनाया, दुख पड़ता है सहना।
हित-अनहित जो साथ निभाए, सच्चा मित्र कहाता।
सुख में दुख में बात न टाले, रखे नेह का नाता।

सच्ची राह दिखाने वाला, जीवन का उपकारी।
बिन स्वारथ जो करे मित्रता, मित्र वही सुखकारी।
‘तेज’ जगत के तूफानों में, पकड़ हाथ नहि छोड़े।
कठिन समय जब हो जीवन का, मित्र न मुँह को मोड़े।

??????????
✏तेज

Language: Hindi
521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
रेत पर मकान बना ही नही
रेत पर मकान बना ही नही
कवि दीपक बवेजा
सपने देखने से क्या होगा
सपने देखने से क्या होगा
नूरफातिमा खातून नूरी
समय की नाड़ी पर
समय की नाड़ी पर
*Author प्रणय प्रभात*
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ख़ुशी मिले कि मिले ग़म मुझे मलाल नहीं
ख़ुशी मिले कि मिले ग़म मुझे मलाल नहीं
Anis Shah
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
चन्द्रयान उड़ा गगन में,
Satish Srijan
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
Surinder blackpen
जब से मेरी आशिकी,
जब से मेरी आशिकी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
हसरतों के गांव में
हसरतों के गांव में
Harminder Kaur
देर तक मैंने
देर तक मैंने
Dr fauzia Naseem shad
स्त्री चेतन
स्त्री चेतन
Astuti Kumari
// दोहा पहेली //
// दोहा पहेली //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
इश्क का भी आज़ार होता है।
इश्क का भी आज़ार होता है।
सत्य कुमार प्रेमी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
आओ हम सब मिल कर गाएँ ,
Lohit Tamta
फिरकापरस्ती
फिरकापरस्ती
Shekhar Chandra Mitra
कम्बखत वक्त
कम्बखत वक्त
Aman Sinha
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
💐प्रेम कौतुक-172💐
💐प्रेम कौतुक-172💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*** हम दो राही....!!! ***
*** हम दो राही....!!! ***
VEDANTA PATEL
हिन्दी दोहा -भेद
हिन्दी दोहा -भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki unhe fika lgta hai
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki unhe fika lgta hai
Sakshi Tripathi
इश्क़ का कुछ अलग ही फितूर था हम पर,
इश्क़ का कुछ अलग ही फितूर था हम पर,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
सच समाज में प्रवासी है
सच समाज में प्रवासी है
Dr MusafiR BaithA
तलाकशुदा
तलाकशुदा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...