?गुरु वन्दना,?
गुरु वंदना
वंन्दन गुरुवर आपको हम करते बारम्बार,,
करदो कृपा हे गुरुदेव हो जाये भवतार,,
ज्ञान और वैराग्य का दो मुझको सदमार्ग,,
असंग साहिब आपकी मिलजाये पतवार,,
सुखद सत्संग मैं आकर पाया सुख और नाम,,
जीवन नाव पड़ी है आज तो मेरी मझधार,,
दीनधर्म और दया का आप पढ़ाये पाठ,,
सफल करो जीवन मेरा करदो मेरा उद्धार,,
सबकी अपनी बात है सबके अपने बोल,,
कबीर वाणी प्यारी और आपके सदविचार,,
सोनु जैन मन्दसौर