Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2017 · 1 min read

??बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान??

बन्शी धुनि कबहुँ परेगी कान,
भ्रमर गूँज सुनिबे में आवे, ताते बडहिं न मान,
योग न बनहिं न भजन बनावहिं कैसेहुँ धरहुँ जापे सान,
क्षण-क्षण बीते भारी विपति में, काज हुँ बनहि न लान,
एकहुँ काज न बनहि गोसाई निकरि जात अब प्रान,
ध्यान धरंहुँ हनुमत प्रभु तुम्हरो, छेड़ि देउ अब तान,
काज सवारहुँ एकहि बार में स्वर्ण वरन हनुमान,
‘अभिषेक’ पड़ो दुआर तिहारे, अंजनि सुत बलवान ।।

***अभिषेक पाराशर***

Language: Hindi
347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मस्ती में जीता मधुप, करता मधु का पान(कुंडलिया)
मस्ती में जीता मधुप, करता मधु का पान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
Anil chobisa
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
sushil sarna
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
gurudeenverma198
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
Er. Sanjay Shrivastava
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
2864.*पूर्णिका*
2864.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
एक महिला अपनी उतनी ही बात को आपसे छिपाकर रखती है जितनी की वह
Rj Anand Prajapati
* विजयदशमी *
* विजयदशमी *
surenderpal vaidya
देश मे सबसे बड़ा संरक्षण
देश मे सबसे बड़ा संरक्षण
*Author प्रणय प्रभात*
" महखना "
Pushpraj Anant
राहें भी होगी यूं ही,
राहें भी होगी यूं ही,
Satish Srijan
"दुखती रग.." हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
तेवरी का आस्वादन +रमेशराज
कवि रमेशराज
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
Taj Mohammad
"पतवार बन"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
व्यथा दिल की
व्यथा दिल की
Devesh Bharadwaj
फिर सुखद संसार होगा...
फिर सुखद संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
STAY SINGLE
STAY SINGLE
Saransh Singh 'Priyam'
क्या है नारी?
क्या है नारी?
Manu Vashistha
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
PRATIK JANGID
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
Loading...