Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2017 · 1 min read

?अयोध्या में दीवाली ?

हुआ-हुआ खुशियों का सवेरा
बीत गयी रात तम की काली
सिया राम के पड़े शुभ चरण
हुई नगरिया में खुशहाली
दीप जल उठे जगमग-जगमग
हुई अयोध्या में दीवाली।

नष्ट हुए सब दुष्ट, असुर, दानव
खुशियां मनाते सुर, नर और मानव
अब तो रात अमावस की भी
देखो लग रही है उजियाली
दीप जल उठे जगमग-जगमग
हुई अयोध्या में दीवाली।

खुश हैं दशरथ, प्रफुल्लित कौशल्या
दुल्हन सी सजी नगरी अयोध्या
बज रहे ढोल गा रहे बधाइयाँ
घर घर देखो बंट रही मिठाईयाँ
देखो नगरिया सज रही निराली
दीप जल उठे जगमग-जगमग
हुई अयोध्या में दीवाली।

—-रंजना माथुर दिनांक 08/10/2
017
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

Language: Hindi
301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ये पीढ कैसी ;
ये पीढ कैसी ;
Dr.Pratibha Prakash
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
Anil "Aadarsh"
कृषक
कृषक
साहिल
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
पाती कोई जब लिखता है।
पाती कोई जब लिखता है।
डॉक्टर रागिनी
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
प्रीति की राह पर बढ़ चले जो कदम।
surenderpal vaidya
परिवर्तन
परिवर्तन
लक्ष्मी सिंह
गलतियों को स्वीकार कर सुधार कर लेना ही सर्वोत्तम विकल्प है।
गलतियों को स्वीकार कर सुधार कर लेना ही सर्वोत्तम विकल्प है।
Paras Nath Jha
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
*आइसक्रीम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
खेत -खलिहान
खेत -खलिहान
नाथ सोनांचली
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
भारत की दुर्दशा
भारत की दुर्दशा
Shekhar Chandra Mitra
हिंदी मेरी राष्ट्र की भाषा जग में सबसे न्यारी है
हिंदी मेरी राष्ट्र की भाषा जग में सबसे न्यारी है
SHAMA PARVEEN
हादसें ज़िंदगी का हिस्सा हैं
हादसें ज़िंदगी का हिस्सा हैं
Dr fauzia Naseem shad
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Hum khuch din bat nhi kiye apse.
Hum khuch din bat nhi kiye apse.
Sakshi Tripathi
मुझे न कुछ कहना है
मुझे न कुछ कहना है
प्रेमदास वसु सुरेखा
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सोशल मीडिया पर हिसाबी और असंवेदनशील लोग
सोशल मीडिया पर हिसाबी और असंवेदनशील लोग
Dr MusafiR BaithA
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
मैं खाना खाकर तुमसे चैट करूँगा ।
Dr. Man Mohan Krishna
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गौरवमय पल....
गौरवमय पल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
2832. *पूर्णिका*
2832. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुदा की हर बात सही
खुदा की हर बात सही
Harminder Kaur
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-405💐
💐प्रेम कौतुक-405💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...