Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2017 · 1 min read

??अवधूत बना बैठा यह मन ??

अवधूत बना बैठा यह मन,
करता नहीं चिन्तन विमल -विमल
निर्लज्ज वेश धारण करके,
करता यह कैसी उथल पुथल ।।1।।
ठगता यह मानव मन को,
करके यह उसकी बुद्धि भ्रमित,
मधुप चुनें ज्यों कुसुम मार्ग,
पर यह चुनता नीच मार्ग ।।2।।
करता यह पतन मानव मन का,
मिल जाए यदि कुसंग मार्ग,
उत्पन्न करें यह सहस्त्र हाथ,
जब मिले रसना का साथ।।3।।
लिए विशालता उदधि जैसी,
पर दर्शाता यह नीच भाव,
माखी जैसा करता व्यवहार,
कभी बैठे मल, कभी बैठे फल।।4।।
‘इन्द्रियाणाम् मनश्चामि’
मिला ऋषिकेश का वरदान,
पर दौड़े क्यों यह इधर उधर,
चुनता नहीं यह ईश मार्ग।।5।।
चंचल है मन, कृष्ण बड़ा,
करते यह अर्जुन करुण पुकार,
कृष्ण कहा, चुनो योग मार्ग,
वैराग्य शस्त्र से करो वार।।6।।
##अभिषेक पाराशर(9411931822)##

Language: Hindi
358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कविता
कविता
Shyam Pandey
हाँ देख रहा हूँ सीख रहा हूँ
हाँ देख रहा हूँ सीख रहा हूँ
विकास शुक्ल
रामलला ! अभिनंदन है
रामलला ! अभिनंदन है
Ghanshyam Poddar
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
कवि रमेशराज
दिवाली का संकल्प
दिवाली का संकल्प
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
Neelam Sharma
श्वान संवाद
श्वान संवाद
Shyam Sundar Subramanian
हो गरीबी
हो गरीबी
Dr fauzia Naseem shad
तल्खियां
तल्खियां
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मेरा महबूब आ रहा है
मेरा महबूब आ रहा है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
Manisha Manjari
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
माता पिता नर नहीं नारायण हैं ? ❤️🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अच्छे दिन
अच्छे दिन
Shekhar Chandra Mitra
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
आवाजें
आवाजें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
उफ्फ यह गर्मी (बाल कविता )
उफ्फ यह गर्मी (बाल कविता )
श्याम सिंह बिष्ट
The life is too small to love you,
The life is too small to love you,
Sakshi Tripathi
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
तुमको खोकर इस तरहां यहाँ
तुमको खोकर इस तरहां यहाँ
gurudeenverma198
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*हिम्मत जिंदगी की*
*हिम्मत जिंदगी की*
Naushaba Suriya
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*दादाजी (बाल कविता)*
*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
"प्रकृति की ओर लौटो"
Dr. Kishan tandon kranti
मन डूब गया
मन डूब गया
Kshma Urmila
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अपनी सीमाओं को लान्गां तो खुद को बड़ा पाया
अपनी सीमाओं को लान्गां तो खुद को बड़ा पाया
कवि दीपक बवेजा
Loading...