??? *विद्यालय प्रार्थना*???
विद्यालय प्रार्थना :-
विद्यालय की पावन भूमि का, करते हम सम्मान हैं।
विद्यालय है मेरा मंदिर, शिक्षक मेरे महान हैं।।
माँ वरदानी हम अज्ञानी, हमको शरण मे लेलो माँ।
दिव्य ज्ञान की अलख जगा कर, अंधकार तुम हरलो माँ।
विद्यालय है मेरा मंदिर …..
शिष्टाचार मान मर्यादा, शिक्षक हमे सिखाते हैं।
जीवन पथ पर चलें सुरक्षित, ऐसा पाठ पढ़ाते हैं।।
पग-पग मिले सफलता हमको, जीवन मेरा महान बने।
अज्ञानी हम पशु सम जीवन, शिक्षित हर इंसान बने।।
यहाँ ज्ञान विज्ञान सीखकर, मिले हमे वरदान हैं।।
विद्यालय है मेरा मंदिर…..
सकारात्मक शिक्षा पाकर, लक्षवान बन पाते हैं।
एकात्म अध्यात्म गृहण कर, स्वाबलंबी बन जाते हैं।।
सद्चरित्र सत्यवान बनें हम, जीवन मूल्य सिखाते हैं।
विश्व विजेता बन पाए हम, ऐसा मार्ग बताते हैं।।
शिक्षा से संस्कार हैं मिलते, बनते आदर्शवान हैं।
विद्यालय है मेरा मंदिर …..
जो भी सबक दे हमको शिक्षक, हम सीखें अभिमान करें।
मात पिता गुरू के वचनों का, हम दिल से सम्मान करें।।
हमको वर दो ऐसा गुरुवर, रोशन अपना नाम करें।
करें ‘कल्प’ संग राष्ट की सेवा, देश का ऊँचा नाम करें।।
पुस्तक पावन मेरी जैसे, गीता और कुरान हैं।
विद्यालय है मेरा मंदिर…..