Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2020 · 1 min read

<** जान-ऐ- अदा️ **®**

ऐ ज़िन्दगी थोड़ा तो ठहर, कुछ बातें अभी होने को है…
कुछ अश्क़े बयां, कुछ नज़रे हयां…..
कुछ दिलकश नशा होने को है….. !!
हाय…..!!
उसके.. मन के उजालों से निकली दुआ,
प्यार की अदा से, उसने किया जो बयां !!
क्या करुँ मैं… खुद को कैसे रोकू बता,
मेरी नज़रों ने की है… जो भी खता !!
क्यूँ मै उसके नशे में चूर हो रहा,
याद आये उसी कि मुझको शाम-ओ -सुबहा !!

उस नूर-ऐ-मोहब्बत की बचकानीयॉ,
सांसों में समायी है, उसकी मस्तानीया !
उसके तसव्वुर का आलम.. जब -ज़ब मिला,
भूल गए हम सारी बेईमानीया…!!

अब तो ये हाल है, बस सवालात है,
मुलाक़ात के बस ! ख़यालात है…!!
गुल -ऐ -खुश्बू , वफ़ा की महकती रही,
दास्तां -ऐ -अदा भी बदलती रही…. !!
अब उसी के नाम मेरे दोनों जहां,
उसकी यादों से हो जाये, दिल मेरा जवा !!

जब वो गलियों से गुजरे है, मेरी शम्मा….
दिल से… सलामती की निकले, सौ -सौ दुआ !!
वो मेरी ही रहे.. मैं हूँ उसका सदा,
हाँ…. वही मेरे दिल की है… जान -ऐ -अदा !!
?Love Ravi❤

4 Likes · 6 Comments · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम उन्हें कितना भी मनाले
हम उन्हें कितना भी मनाले
The_dk_poetry
सेल्फी या सेल्फिश
सेल्फी या सेल्फिश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
दोनों हाथों से दुआएं दीजिए
Harminder Kaur
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
ruby kumari
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
मतलबी किरदार
मतलबी किरदार
Aman Kumar Holy
रंगों का त्योहार होली
रंगों का त्योहार होली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
2885.*पूर्णिका*
2885.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*Author प्रणय प्रभात*
है आँखों में कुछ नमी सी
है आँखों में कुछ नमी सी
हिमांशु Kulshrestha
दर्पण
दर्पण
लक्ष्मी सिंह
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
घरौंदा इक बनाया है मुहब्बत की इबादत लिख।
आर.एस. 'प्रीतम'
जैसे कि हर रास्तों पर परेशानियां होती हैं
जैसे कि हर रास्तों पर परेशानियां होती हैं
Sangeeta Beniwal
बहू हो या बेटी ,
बहू हो या बेटी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मन का आंगन
मन का आंगन
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
Kavita
Kavita
shahab uddin shah kannauji
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आंखों की भाषा
आंखों की भाषा
Mukesh Kumar Sonkar
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिसुणी (घर)
बिसुणी (घर)
Radhakishan R. Mundhra
*हजारों हादसों से रोज, जो हमको बचाता है (हिंदी गजल)*
*हजारों हादसों से रोज, जो हमको बचाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...