*★विरह गीत★*
★विरह गीत★
तेरी यादे मुझे बेचैन करती रही,,
सारी रतिया मुझे ये जगाती रही,,
करवटे हम,यू ही बदलते रहे,,
सारी रतिया,तुझे हम सोचते रहे,,
अखियाँ हमारी,यू ही रोती रही,,
सारी रैना,ये दर्द सहती रही,,
मेरा हाल है,कितना बुरा,,
देख ले आके मुझको तू थोड़ा जरा,,
कैसे कहु तू,बुला ले मुझे,,
यार आपने सीने से तू लगा मुझे,,
तेरी ही बहो में,खुशियां मेरी,,
तू ही तो है सारी दुनियां मेरी,,
®सोनु जैन मन्दसौर®