*★बच्चों की दुनिया में★*
★बच्चों की दुनिया में★
फूलों का तितली से जैसा नाता है बगिया में,,
बच्चो का भी वैसा चाचा से नाता है दुनिया में,,
कोई फूल खिले महलों कोई घर आंगन में,,
पर सब बैठे शिक्षा लेते शिक्षक के दामन में,,
सब बच्चों की खुशहाली है कि कक्षा की डलिया में,,
मुस्काती नन्ही बेटी जब देती हाथ मेरे हाथ में,,
बच्चो की हंसी ठिठोली ख़ुशिया लाती जीवन में,,
सारा गम ओझल हो जाता बच्चों की दुनिया में,,
बच्चों के सपनो का संसार निहारी में,
कभी सब कुछ जीती सब कुछ हारी में,
बालदिवस पर मैं भी खोई बच्चों की दुनिया में,,
गुड्डा- गुड्डी भंवरे तितली सब इस दुनियां में,,
पर सोनु का बचपन खोया काम धाम की दुनिया में,,
【सोनु जैन मन्दसौर】