◆जाने ऐसा क्यूँ हो रहा है◆
◆जाने ऐसा क्यूँ हो रहा है◆
दूर से ही मुझे सोचकर खुश रहना तेरा मुझे चैन दे रहा है,,
तू ऐसे ही खुश रहे हर वक्त दिल तुझे दुआ दे रहा हैं।
आरजू भी हमारी खत्म अब नजर आ रही है,,
तेरी मेरी प्यार की कहानी अब अधूरी सी नजर आ रही है।
राहे इतनी भी आसान नही मोहब्बत की हो रही है,, पूरी शिद्दत से चलो सको तुम अब वो जुनून कोशिश नजर नही आ रहीं है ।
तेरे मेरे बीच बस फासला और एक ही फ़साना आ रहा है,,
दूरी ये पार होती नही तुझसे ,
और दुनिया का डर जहन में मेरे बढ़ता जा रहा है ।
सोचते हम भी ये मोहब्बत क्यो हो रही है,,
क्यूँ ये इश्क वालो को तन्हा रुला रही है।
अब तो जमाने का व्यवहार भी बद से बत्तर होता नजर आ रहा है,,
कोई कितना भी दर्द बयाँ करे सामने इसके कुछ महसूस इसे हो नही रहा हैं।
साँसों का जहन में कुछ ऐसा ही सिलसिला चल रहा है,,
कोई दूर ही पर अपना तो है यही सोच सोनू अपनी जिन्दगी जी जा रही है।
तेरे गले का हार बनने का सपना मेरा बिखरा जा रहा है,,
हर आँस तुझसे जुड़ी मेरी अब टूटती जा रही है।
सोनू जैन मंदसौर