■दोस्त सबको वफादार मीले■
दोस्त सबको वफ़ादार मिले
■ इस दुनियां में कोई दोस्त नही,,,
जो अपना समझ के हम पर जाँ निशार करे।
■ जो भी मिला इस जमाने दोस्त के रूप मे,
सबके सब मतलबी धोखेबाज मिले।
■ अब किसी से कोई शिकायत नही,,
जो भी मिले सब अदाकार मिले।
■ राह कोई मुश्किल भी नही जो मंजिल तक न पहुँचा सके,,
सोनू भी इतनी ना गवार नही जो बुलन्दियों को छू न सके।
■ उसकी महफ़िल में माना की बहुत रंगत है,,
वो और उसके दोस्त लजीज खाना खाने वालों की पंगत है।
सोनू जैन मंदसौर??