Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2017 · 1 min read

ग़ज़ल

वो राहे इश्क़ में गर हमइनाँ नहीं होता
नसीब मुझपे मेरा मेहरबाँ नहीं होता

बयाँ मैं कैसे करूँ तुमसे हाले दिल अपना
जिगर का दर्द ज़बां से बयाँ नहीं होता

वो पूछता है पता मेरा, मैं बताऊं किया
जहां मैं होता हूँ अक्सर वहां नहीं होता

किसी किसी को मयस्सर है इश्तियाक़-ए-सुख़न
सभी के दिल में ये जज़्बा जवाँ नहीं होता

है कुछ न कुछ तो सबब उनकी बेरुख़ी का ज़रूर
फ़क़त गुमाँ पे कोई बद-गुमाँ नहीं होता

ज़मीन-ए-दिल पे कहाँ होती नूर की बारिश
हमारे सर पे अगर आसमां नहीं होता

हर एक ज़र्रा है वाक़िफ़ मेरे अलम से शाद
बस एक तुझपे मेरा गम अयाँ नहीं होता

शमशाद शाद, नागपुर
9767820085
शब्दार्थ….
हमइनाँ = हमराह
इश्तियाक़-ए-सुख़न = शायरी का शौक़
आलम = रंज / ग़म

278 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"What comes easy won't last,
पूर्वार्थ
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
*अन्नप्राशन संस्कार और मुंडन संस्कार*
Ravi Prakash
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"The Dance of Joy"
Manisha Manjari
अगर हो हिंदी का देश में
अगर हो हिंदी का देश में
Dr Manju Saini
रामकली की दिवाली
रामकली की दिवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Bikhari yado ke panno ki
Bikhari yado ke panno ki
Sakshi Tripathi
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया
ग़ज़ल/नज़्म - मैं बस काश! काश! करते-करते रह गया
अनिल कुमार
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
Ranjeet kumar patre
तपोवन है जीवन
तपोवन है जीवन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"व्याख्या-विहीन"
Dr. Kishan tandon kranti
वो इबादत
वो इबादत
Dr fauzia Naseem shad
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
साहित्य का बुनियादी सरोकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
शेखर सिंह
उम्र  बस यूँ ही गुज़र रही है
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
Atul "Krishn"
!! उमंग !!
!! उमंग !!
Akash Yadav
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
Shweta Soni
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आजकल / (नवगीत)
आजकल / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हमने सबको अपनाया
हमने सबको अपनाया
Vandna thakur
■ जानवर कहीं के...!!
■ जानवर कहीं के...!!
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-351💐
💐प्रेम कौतुक-351💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*सुविचरण*
*सुविचरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
Loading...