Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2021 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल
काफ़िया-आने
रदीफ़- की बात करता हूँ
वज़्न-1212 1122 1212 22

ज़िगर से याद मिटाने की बात करता हूँ।
कि उम्र भर को भुलाने की बात करता हूँ।

दिए जो दर्द हमे इश्क़ में सनम तुमने
वो आज ज़ख्म गिनाने की बात करता हूँ।

दिया सनम है मुहब्बत का जो सिला तुमने
इसे कभी न छिपाने की बात करता हूँ।

दिये जो इश्क़ मुहब्बत में ख़त सनम तुमने
तमाम ख़त को जलाने की बात करता हूँ।

हैं इस क़दर उनसे आज नफ़रतें हमको
सनम से दूरी बढ़ाने की बात करता हूँ।

अभिनव मिश्र अदम्य

287 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
छोड़ गया था ना तू, तो अब क्यू आया है
Kumar lalit
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
गीत
गीत
Shiva Awasthi
दोहा
दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जय जय हिन्दी
जय जय हिन्दी
gurudeenverma198
जीवन का एक और बसंत
जीवन का एक और बसंत
नवीन जोशी 'नवल'
आजादी दिवस
आजादी दिवस
लक्ष्मी सिंह
कैद अधरों मुस्कान है
कैद अधरों मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
किसी पत्थर पर इल्जाम क्यों लगाया जाता है
किसी पत्थर पर इल्जाम क्यों लगाया जाता है
कवि दीपक बवेजा
ज़रूरी है...!!!!
ज़रूरी है...!!!!
Jyoti Khari
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
Manju Singh
बेरोजगारी
बेरोजगारी
पंकज कुमार कर्ण
*मारीच (कुंडलिया)*
*मारीच (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
The_dk_poetry
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
sushil sarna
बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
Rj Anand Prajapati
उसका प्यार
उसका प्यार
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-381💐
💐प्रेम कौतुक-381💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"तस्वीर"
Dr. Kishan tandon kranti
मानवता और जातिगत भेद
मानवता और जातिगत भेद
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
"छत का आलम"
Dr Meenu Poonia
रामजी कर देना उपकार
रामजी कर देना उपकार
Seema gupta,Alwar
"The Deity in Red"
Manisha Manjari
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
Sarfaraz Ahmed Aasee
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
मौहब्बत की नदियां बहा कर रहेंगे ।
Phool gufran
"मेरी जिम्मेदारी "
Pushpraj Anant
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
Loading...