Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2020 · 1 min read

ग़ज़ल

2122. 1212. 112/22
ग़ज़ल
तुम जो जुल्फें यों ही संँवार गये
जीते जी थे हमें यों मार गये

तेरी आँखों में खुद को ढूँडा फिरा
आस टूटी मेरी खुमार गये

छोड़ा तुमने तो साथ मेरा मगर
जिन्दगी मेरी तुम निखार गये

मुफलिसी में बितायी जिन्दगी जो
दूसरों वास्ते गुज़ार गये

दुख हमेशा था तुमने झेला मगर
तुम ख़ुदा को सदा पुकार गये

दूर मुझसे तो तुमको जाना ही था
जाते जाते मुझे निहार गये

तेरी खुशियाँ न हम तुम्हें दे सके
तुमसे तो यार हम भी हार गये

सुरेश भारद्वाज निराश

Language: Hindi
1 Comment · 181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यहाँ कुशलता रेंगती, वहाँ बताएँ मित्र (कुंडलिया)
यहाँ कुशलता रेंगती, वहाँ बताएँ मित्र (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
“See, growth isn’t this comfortable, miraculous thing. It ca
पूर्वार्थ
आनंद
आनंद
RAKESH RAKESH
సంస్థ అంటే సేవ
సంస్థ అంటే సేవ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
आज़ाद जयंती
आज़ाद जयंती
Satish Srijan
बेडी परतंत्रता की 🙏
बेडी परतंत्रता की 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ थे डा. तेज सिंह / MUSAFIR BAITHA
हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ थे डा. तेज सिंह / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
$úDhÁ MãÚ₹Yá
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
Ajay Kumar Vimal
दान की महिमा
दान की महिमा
Dr. Mulla Adam Ali
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Sakshi Tripathi
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਤਿਜਾਰਤਾਂ
Surinder blackpen
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
सिद्धार्थ गोरखपुरी
अभिनय चरित्रम्
अभिनय चरित्रम्
मनोज कर्ण
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
पापा की परी
पापा की परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
قفس میں جان جائے گی ہماری
قفس میں جان جائے گی ہماری
Simmy Hasan
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा -
दोहा -
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
क्यों और कैसे हुई विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत। क्या है 2023 का थीम ?
Shakil Alam
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
" सुर्ख़ गुलाब "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जो हैं आज अपनें..
जो हैं आज अपनें..
Srishty Bansal
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...