Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2020 · 1 min read

ग़ज़ल

बेबसी की आख़िरी रात कभी तो होगी
रहमतों की बरसात कभी तो होगी

जो खो गया था कभी राह-ए-सफ़र में
उस राही से मुलाक़ात कभी तो होगी

हो मुझ पर निगाह-ए-करम तेरी
इबादत में ऐसी बात कभी तो होगी

आऊंगा तेरी चौखट पे मेरे मालिक
मेरे कदमों की बिसात कभी तो होगी

लगेगा ना दिल तेरा कहीं मेरे बिना
इन आंखों से करामात कभी तो होगी

स्वीकार कर सके नाकामी अपनी
हुक्मरानों की औक़ात कभी तो होगी

ना कोई हिन्दू होगा ना मुसलमान
इंसानों की एक जमात कभी तो होगी

:- आलोक कौशिक

संक्षिप्त परिचय:-

नाम- आलोक कौशिक
शिक्षा- स्नातकोत्तर (अंग्रेजी साहित्य)
पेशा- पत्रकारिता एवं स्वतंत्र लेखन
साहित्यिक कृतियां- प्रमुख राष्ट्रीय समाचारपत्रों एवं साहित्यिक पत्रिकाओं में दर्जनों रचनाएं प्रकाशित
पता:- मनीषा मैन्शन, जिला- बेगूसराय, राज्य- बिहार, 851101,
अणुडाक- devraajkaushik1989@gmail.com

2 Likes · 1 Comment · 334 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तू ज़रा धीरे आना
तू ज़रा धीरे आना
मनोज कुमार
जीवन है आँखों की पूंजी
जीवन है आँखों की पूंजी
Suryakant Dwivedi
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
चन्द्रयान अभियान
चन्द्रयान अभियान
surenderpal vaidya
था जब सच्चा मीडिया,
था जब सच्चा मीडिया,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बौराये-से फूल /
बौराये-से फूल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बनारस की ढलती शाम,
बनारस की ढलती शाम,
Sahil Ahmad
योग दिवस पर
योग दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
नव उल्लास होरी में.....!
नव उल्लास होरी में.....!
Awadhesh Kumar Singh
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी  गम।
दीवाने प्यार के हम तुम _ छोड़े है दुनियां के भी गम।
Rajesh vyas
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
■ उल्टा सवाल ■
■ उल्टा सवाल ■
*Author प्रणय प्रभात*
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
कविता
कविता
Shiva Awasthi
ज़िद से भरी हर मुसीबत का सामना किया है,
ज़िद से भरी हर मुसीबत का सामना किया है,
Kanchan Alok Malu
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️नोट : दिनांक 5 अप्रैल 2023 से चल रहे रामचरि
Ravi Prakash
"गुलशन"
Dr. Kishan tandon kranti
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पेड़ विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
साधक
साधक
सतीश तिवारी 'सरस'
2648.पूर्णिका
2648.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो।
Neelam Sharma
शाश्वत सत्य
शाश्वत सत्य
Dr.Pratibha Prakash
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
Loading...