Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2018 · 1 min read

#ग़ज़ल-45

बहर–फ़ाइलातुन-फ़यलातुन-फ़ेलुन
2122-1122-22

हारना याद नहीं जीते ग़म
नाज़ है आज़ खुदी पर है दम/1

जो झुका हार गया खुद से ही
ज़िंदगी हार मनाता मातम/2

हार पर यार बहाना तेरा
जीत पर फूल कहे हम हैं हम/3

एक ही सार रहे पलपल सुन
चाँद तो चाँद बढ़े या हो कम/4

ज़िंदगी आँख-मिचौली होती
धूप या छाँव रहे हो ना सम/5

मौज कर छोड़ उदासी दिल से
रीत पल बीत न आए प्रीतम/6

आर.एस.”प्रीतम”

1 Like · 169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
निराली है तेरी छवि हे कन्हाई
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बालगीत :- चाँद के चर्चे
बालगीत :- चाँद के चर्चे
Kanchan Khanna
वर्तमान सरकारों ने पुरातन ,
वर्तमान सरकारों ने पुरातन ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अपना गाँव
अपना गाँव
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
बगिया के गाछी आउर भिखमंगनी बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया के गाछी आउर भिखमंगनी बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
* मणिपुर की जो घटना सामने एक विचित्र घटना उसके बारे में किसी
* मणिपुर की जो घटना सामने एक विचित्र घटना उसके बारे में किसी
Vicky Purohit
2652.पूर्णिका
2652.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
उनके ही नाम
उनके ही नाम
Bodhisatva kastooriya
बेटी
बेटी
Neeraj Agarwal
पागल तो मैं ही हूँ
पागल तो मैं ही हूँ
gurudeenverma198
सज जाऊं तेरे लबों पर
सज जाऊं तेरे लबों पर
Surinder blackpen
*
*
Rashmi Sanjay
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मानवता की चीखें
मानवता की चीखें
Shekhar Chandra Mitra
मानवता
मानवता
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
Ravi Prakash
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
***वारिस हुई***
***वारिस हुई***
Dinesh Kumar Gangwar
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
वक्त बड़ा बेरहम होता है साहब अपने साथ इंसान से जूड़ी हर यादो
Ranjeet kumar patre
मार मुदई के रे
मार मुदई के रे
जय लगन कुमार हैप्पी
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
और प्रतीक्षा सही न जाये
और प्रतीक्षा सही न जाये
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
Many more candles to blow in life. Happy birthday day and ma
DrLakshman Jha Parimal
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
अंगद के पैर की तरह
अंगद के पैर की तरह
Satish Srijan
5 हाइकु
5 हाइकु
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...