Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2016 · 1 min read

ग़ज़ल ( दिल की बातें)

ग़ज़ल ( दिल की बातें)

जिनका प्यार पाने में हमको ज़माने लगे
बह अब नजरें मिला के मुस्कराने लगे

राज दिल का कभी जो छिपाते थे हमसे
बातें दिल की हमें बह बताने लगे

अपना बनाने को सोचा था जिनको
बह अपना हमें अब बनाने लगे

जिनको देखे बिना आँखे रहती थी प्यासी
बह अब नजरों से हमको पिलाने लगे

जब जब देखा उन्हें उनसे नजरें मिली
गीत हमसे खुद ब खुद बन जाने लगे

प्यार पाकर के जबसे प्यारी दुनिया रचाई
क्यों हम दुनिया को तब से भुलाने लगे

गीत ग़ज़ल जिसने भी मेरे देखे या सुने
तब से शायर बह हमको बताने लगे

हाल देखा मेरा तो दुनिया बाले ये बोले
मदन हमको तो दुनिया से बेगाने लगे

ग़ज़ल ( दिल की बातें)
मदन मोहन सक्सेना

575 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"डिजिटल दुनिया! खो गए हैं हम.. इस डिजिटल दुनिया के मोह में,
पूर्वार्थ
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
shabina. Naaz
#शर्मनाक
#शर्मनाक
*Author प्रणय प्रभात*
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
DrLakshman Jha Parimal
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
When we constantly search outside of ourselves for fulfillme
When we constantly search outside of ourselves for fulfillme
Manisha Manjari
रोशन
रोशन
अंजनीत निज्जर
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
Dont loose your hope without doing nothing.
Dont loose your hope without doing nothing.
Sakshi Tripathi
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
अभी नहीं पूछो मुझसे यह बात तुम
gurudeenverma198
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
Monika Verma
जय हिन्द वाले
जय हिन्द वाले
Shekhar Chandra Mitra
खुशबू बन कर
खुशबू बन कर
Surinder blackpen
प्रेम
प्रेम
Dr. Kishan tandon kranti
ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा
ईर्ष्या, द्वेष और तृष्णा
ओंकार मिश्र
💐प्रेम कौतुक-174💐
💐प्रेम कौतुक-174💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सोच के रास्ते
सोच के रास्ते
Dr fauzia Naseem shad
वह फूल हूँ
वह फूल हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
शरीफ यात्री
शरीफ यात्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जिन्दगी के रंग
जिन्दगी के रंग
Santosh Shrivastava
घूर
घूर
Dr MusafiR BaithA
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
*नृप दशरथ चिंता में आए (कुछ चौपाइयॉं)*
*नृप दशरथ चिंता में आए (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ऐसे ना मुझे  छोड़ना
ऐसे ना मुझे छोड़ना
Umender kumar
आदम का आदमी
आदम का आदमी
आनन्द मिश्र
उतर के आया चेहरे का नकाब उसका,
उतर के आया चेहरे का नकाब उसका,
कवि दीपक बवेजा
Loading...