Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2019 · 1 min read

ग़ज़ल- जब शेर सर्कसों में, गिरफ्तार हो गए

जब शेर सर्कसों में, गिरफ्तार हो गए।
कुत्ते गली के तब से, तो सरदार हो गए।।

जीते चुनाव जब से, वो सरकार हो गए।
मतदाता अब तो सारे, ही बेकार हो गए।।

हक़ छीन मुफ़लिसों का, मसीहा समझते हैं।
बैसाखियों पे चल के, मददगार हो गए।।

जो बात कर रहे हैं उसूलों, की बाअदब।
वो बेच कर ज़मीर, जमीदार हो गए।।

जब से शज़र जमीन, पे नाबूद हो रहे।
पर्वत, नदी ये झरने, भी लाचार हो गए।।

चाहा था उनको ‘कल्प’ ने रब की तरह सदा।
इज़हार करके हम तो, गुनहगार हो गए।।

✍? अरविंद राजपूत ‘कल्प’
वज़न- 221 2121 1221 212

226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*हिन्दी बिषय- घटना*
*हिन्दी बिषय- घटना*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भूमि भव्य यह भारत है!
भूमि भव्य यह भारत है!
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
*सजा- ए – मोहब्बत *
*सजा- ए – मोहब्बत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गरीब
गरीब
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
खेल,
खेल,
Buddha Prakash
माना  कि  शौक  होंगे  तेरे  महँगे-महँगे,
माना कि शौक होंगे तेरे महँगे-महँगे,
Kailash singh
भ्रम अच्छा है
भ्रम अच्छा है
Vandna Thakur
आज के रिश्ते: ए
आज के रिश्ते: ए
पूर्वार्थ
सताया ना कर ये जिंदगी
सताया ना कर ये जिंदगी
Rituraj shivem verma
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
रहने भी दो यह हमसे मोहब्बत
gurudeenverma198
नींदों में जिसको
नींदों में जिसको
Dr fauzia Naseem shad
2454.पूर्णिका
2454.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-449💐
💐प्रेम कौतुक-449💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
लाचार जन की हाय
लाचार जन की हाय
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तितली रानी (बाल कविता)
तितली रानी (बाल कविता)
नाथ सोनांचली
प्रहरी नित जागता है
प्रहरी नित जागता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"यह भी गुजर जाएगा"
Dr. Kishan tandon kranti
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
"बूढ़ा" तो एक दिन
*Author प्रणय प्रभात*
अपनी हिंदी
अपनी हिंदी
Dr.Priya Soni Khare
अश्लील साहित्य
अश्लील साहित्य
Sanjay ' शून्य'
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
Dr.Pratibha Prakash
7. तेरी याद
7. तेरी याद
Rajeev Dutta
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
डी. के. निवातिया
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
******** प्रेरणा-गीत *******
******** प्रेरणा-गीत *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
कैसे बताऊं मेरे कौन हो तुम
Ram Krishan Rastogi
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
Satish Srijan
शिशुपाल वध
शिशुपाल वध
SHAILESH MOHAN
Loading...