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1 Apr 2021 · 1 min read

ग़रीब

सूरज ख़रीदा जा सकता तो
पैसेवाले ख़रीद लेते
और अपने ही आकाश में उसे चमकने को कहते
एक हिदायत के साथ
कि फ़क़त अमीरों के आंगन में ही रोशनी करना
वो क्या है कि ग़रीब घिनौने होते हैं
बद्बुदार और बीमार होते हैं
और गंदगी से भरे होते हैं
और ये सब उनकी खूबसूरत ज़िंदगी को
बदसूरत बना देगा,
गऱीबों की तरह।
वो ये भी जानते हैं कि अगर
रोशनी मिली तो ग़रीब पढ़ेंगे
और आगे बढ़ेंगे,
जो बिल्कुल अच्छा नहीं होगा।
ग़रीब का अमीर बनना सुनने में भी अच्छा नहीं लगता।
कितना अश्लील होता होगा वो मंजर जब,
एक गऱीब अमीर की कुर्सी पर बैठता होगा।

-Johnny Ahmed ‘क़ैस’

Language: Hindi
2 Comments · 267 Views
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