Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2020 · 1 min read

ख़्वाब आँखों में कोई फिर से सजाया होगा

रुख़ पे उसके भी कोई अश्क़ तो आया होगा
ख़्वाब आँखों में कोई फिर से सजाया होगा

दर्द चेहरे पे उभरकर के नुमायाँ है अभी
राज़ सीने में मोहब्बत का छुपाया होगा

नाम लेने में मेरा उसको हया आई थी
बस इशारे से मेरा नाम बताया होगा

जिस किसी को भी मोहब्बत से बनाया अपना
ये न मालूम था वो पल में पराया होगा

साहिलों पर न सफ़ीना है न कश्ती कोई
कारवाँ कोई मगर रात में आया होगा

घौंसलें यूँ ही नहीं गिरते रहे हैं नीचे
मेरे शाख़ों को हवाओं ने हिलाया होगा

सीधा-सादा सा कभी गाँव से जो आया था
उसको होशियार ज़माने ने बनाया होगा

आप कहते हो के ‘आनन्द’ परेशाँ कब है
कैसे सोचा है न यादों ने सताया होगा

– डॉ आनन्द किशोर

3 Likes · 323 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐अज्ञात के प्रति-50💐
💐अज्ञात के प्रति-50💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
जाओ तेइस अब है, आना चौबिस को।
सत्य कुमार प्रेमी
ये पांच बातें
ये पांच बातें
Yash mehra
फ़ना
फ़ना
Atul "Krishn"
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ (खड़ी हूँ मैं बुलंदी पर मगर आधार तुम हो माँ)
माँ (खड़ी हूँ मैं बुलंदी पर मगर आधार तुम हो माँ)
Dr Archana Gupta
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
कुशादा
कुशादा
Mamta Rani
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
_सुलेखा.
शिव रात्रि
शिव रात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
एक ख़त रूठी मोहब्बत के नाम
अजहर अली (An Explorer of Life)
अर्धांगिनी
अर्धांगिनी
Buddha Prakash
कहां  गए  वे   खद्दर  धारी  आंसू   सदा   बहाने  वाले।
कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
बोला नदिया से उदधि, देखो मेरी शान (कुंडलिया)*
बोला नदिया से उदधि, देखो मेरी शान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
ऐ वसुत्व अर्ज किया है....
प्रेमदास वसु सुरेखा
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
ruby kumari
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते हैं, पर उनकी बातों में विश
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते हैं, पर उनकी बातों में विश
जय लगन कुमार हैप्पी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मेरी दुनियाँ.....
मेरी दुनियाँ.....
Naushaba Suriya
"सर्वाधिक खुशहाल देश"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
अवधी लोकगीत
अवधी लोकगीत
प्रीतम श्रावस्तवी
परिवार
परिवार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
किसी से भी
किसी से भी
Dr fauzia Naseem shad
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
Dushyant Kumar
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
आप कौन है, आप शरीर है या शरीर में जो बैठा है वो
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
हो रही बरसात झमाझम....
हो रही बरसात झमाझम....
डॉ. दीपक मेवाती
ये
ये "इंडियन प्रीमियर लीग" है
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...