ख़ास
वो मारा – मारा सा चेहरा ,उदास लिए फिरता है।
अपने ऊपर तोहमत और उपहास लिए फिरता है।
जिसके खातिर फिरता है कह देना उससे एक बात जरा,
पास में वो अपने अब ,कुछ खास लिए फिरता है।
– सिद्धार्थ पाण्डेय
वो मारा – मारा सा चेहरा ,उदास लिए फिरता है।
अपने ऊपर तोहमत और उपहास लिए फिरता है।
जिसके खातिर फिरता है कह देना उससे एक बात जरा,
पास में वो अपने अब ,कुछ खास लिए फिरता है।
– सिद्धार्थ पाण्डेय