Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2018 · 1 min read

हौसला रख ऐ बशर

हौसला रख ऐ बशर तू, हार मत स्वीकार कर
हर कदम पर मुश्किलें हैं, मुश्किलों को पार कर
वीर बनके बढ़ता चल तू, इम्तिहाँ कितने ही हों
मुश्किलों से लड़ता चल तू, इम्तिहाँ कितने ही हों
वीर बनके बढ़ता चल तू ……

हों भले दुश्वारियाँ पर, टूटना जाने नहीं
टूटकर भी अंत तक जो, हार ना माने कहीं
उसके क़दमों पर झुकेगा, आस्मां भी एक दिन
मुस्कुराये अंत तक जो, रार कुछ ठाने नहीं
वीर बनके बढ़ता चल तू ……

रात के सीने में चमका, एक जुगनू तो दिखा
रौशनी हो जाएगी, तू एक दीपक तो जला
आज हँसते हैं जो तुझपर, कल वो तुझको मानेगे
सामने मंज़िल मिलेगी, एक कदम आगे बढ़ा
वीर बनके बढ़ता चल तू ……

हो कोई मैदान लेकिन, तू न पग पीछे हटा
पहले तू नज़रों में अपनी, खुद को ही ऊँचा उठा
आत्मबल है पास तेरे, उसको तू पहचान ले
हर चुनौती देगी तुझको, जीतने का हौसला
वीर बनके बढ़ता चल तू ……

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
Amit Pathak
2735. *पूर्णिका*
2735. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
माँ कहने के बाद भला अब, किस समर्थ कुछ देने को,
pravin sharma
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
Vishal babu (vishu)
💐प्रेम कौतुक-361💐
💐प्रेम कौतुक-361💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कोरे कागज़ पर लिखें अक्षर,
कोरे कागज़ पर लिखें अक्षर,
अनिल अहिरवार"अबीर"
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
विजय कुमार नामदेव
जब -जब धड़कन को मिली,
जब -जब धड़कन को मिली,
sushil sarna
ज़िंदगी इम्तिहान
ज़िंदगी इम्तिहान
Dr fauzia Naseem shad
"जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना
आर.एस. 'प्रीतम'
फागुन में.....
फागुन में.....
Awadhesh Kumar Singh
गुरु
गुरु
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
सपने देखने से क्या होगा
सपने देखने से क्या होगा
नूरफातिमा खातून नूरी
होली -रमजान ,दीवाली
होली -रमजान ,दीवाली
DrLakshman Jha Parimal
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
Buddha Prakash
#यादें_बाक़ी
#यादें_बाक़ी
*Author प्रणय प्रभात*
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
"कभी-कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें ।
पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें ।
Kailash singh
Loading...