Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2021 · 1 min read

हो ईद मुबारक

***** हो ईद मुबारक *******
*************************

जन जन को हो ईद मुबारक,
पुलकित मन से हो ईद मुबारक।
,
द्वेष किसी के हो न कभी मन में,
हर्षित दिल से हो ईद मुबारक।

मिल जुल कर रहें ईश्वर के जन,
बिन नफरत के हो ईद मुबारक।

चाहे हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई,
जन गण को करते ईद मुबारक।

मजहबी नही करते वैर विरोध,
शांति दूतों को हो ईद मुबारक।

नाचो, गाओ,झुमों, मुस्कराओ,
गीले शिकवे भूलो ईद मुबारक।

किसी नैन से ऑंसू ना झलके,
रहमत तरसते, हो ईद मुबारक।

ऐ मौला बख्शो भूले बिसरों को,
सुख मौज सदा हो ईद मुबारक।

मनसीरत आओ गले से लगाएं,
मंजर सुखमय हो ईद मुबारक।
*************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Comment · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"एक जंगल"
Dr. Kishan tandon kranti
*सुख-दुख के दोहे*
*सुख-दुख के दोहे*
Ravi Prakash
जीवन दिव्य बन जाता
जीवन दिव्य बन जाता
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
अपनी समस्या का समाधान_
अपनी समस्या का समाधान_
Rajesh vyas
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
Shashi kala vyas
#यादें_बाक़ी
#यादें_बाक़ी
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
के कितना बिगड़ गए हो तुम
के कितना बिगड़ गए हो तुम
Akash Yadav
#  कर्म श्रेष्ठ या धर्म  ??
# कर्म श्रेष्ठ या धर्म ??
Seema Verma
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
अन्त हुआ आतंक का,
अन्त हुआ आतंक का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं
वो खुलेआम फूल लिए फिरते हैं
कवि दीपक बवेजा
धरती का बेटा
धरती का बेटा
Prakash Chandra
देखा तुम्हें सामने
देखा तुम्हें सामने
Harminder Kaur
प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी
प्रबुद्ध प्रणेता अटल जी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
Sukoon
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
पतझड़ की कैद में हूं जरा मौसम बदलने दो
Ram Krishan Rastogi
Pardushan
Pardushan
ASHISH KUMAR SINGH
प्रकृति की ओर
प्रकृति की ओर
जगदीश लववंशी
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
उजियारी ऋतुओं में भरती
उजियारी ऋतुओं में भरती
Rashmi Sanjay
ख़याल
ख़याल
नन्दलाल सुथार "राही"
सतशिक्षा रूपी धनवंतरी फल ग्रहण करने से
सतशिक्षा रूपी धनवंतरी फल ग्रहण करने से
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
इंतजार करते रहे हम उनके  एक दीदार के लिए ।
इंतजार करते रहे हम उनके एक दीदार के लिए ।
Yogendra Chaturwedi
Loading...