Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2020 · 1 min read

” होशियारी “

सगे , सुंदर और प्यारे रिश्तों को
संभालने में लगे हैं आप हम
इसी सबके बीच आइये
परिचय कराते है आभासी रिश्तों से हम ,

जो रिश्ते सदियों से चले आये हैं
वो हक़ीकत होते है
आजकल तो छणिक रिश्तों का चलन है
उसको आभासी कहते हैं ,

अपने हक़ीकत के रिश्तों से उब कर
नये रिश्ते ढूंढने में लग जाते हैं
इस मृगतृष्णा में उलझ कर
आभासी रिश्तों में खो जाते हैं ,

कभी – कभी आभासी अपना सा लगता है
लेकिन हर बार नही बार – बार नही
फिर ठोकर खाकर ये रिश्ता
अपने अर्थ को सही साबित करता है ,

हर बात हर तथ्य सौ प्रतिशत सही नही होती
लेकिन सही ज्यादा को ही कहते हैं
आभासी को बेहद हल्के से हल्के में लो
इसी समझदारी को होशियारी कहते हैं ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 29/10/2020 )

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
Rj Anand Prajapati
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
बचपन अपना अपना
बचपन अपना अपना
Sanjay ' शून्य'
गौरैया बोली मुझे बचाओ
गौरैया बोली मुझे बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
भारत अपना देश
भारत अपना देश
प्रदीप कुमार गुप्ता
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
"ऐ मुसाफिर"
Dr. Kishan tandon kranti
" मित्रता का सम्मान “
DrLakshman Jha Parimal
👌👌👌
👌👌👌
*Author प्रणय प्रभात*
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
कुमार
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
हिजरत - चार मिसरे
हिजरत - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
प्रेम
प्रेम
Sushmita Singh
Exploring Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity and Rational Inquiry
Exploring Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity and Rational Inquiry
Harekrishna Sahu
बुझ गयी
बुझ गयी
sushil sarna
तुम याद आए
तुम याद आए
Rashmi Sanjay
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
काँटों के बग़ैर
काँटों के बग़ैर
Vishal babu (vishu)
ਨਾਨਕ  ਨਾਮ  ਜਹਾਜ  ਹੈ, ਸਬ  ਲਗਨੇ  ਹੈਂ  ਪਾਰ
ਨਾਨਕ ਨਾਮ ਜਹਾਜ ਹੈ, ਸਬ ਲਗਨੇ ਹੈਂ ਪਾਰ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मोहब्बत और मयकशी में
मोहब्बत और मयकशी में
शेखर सिंह
स्मृतियाँ  है प्रकाशित हमारे निलय में,
स्मृतियाँ है प्रकाशित हमारे निलय में,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
नरेंद्र
नरेंद्र
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नंद के घर आयो लाल
नंद के घर आयो लाल
Kavita Chouhan
होने को अब जीवन की है शाम।
होने को अब जीवन की है शाम।
Anil Mishra Prahari
आज की पंक्तिजन्म जन्म का साथ
आज की पंक्तिजन्म जन्म का साथ
कार्तिक नितिन शर्मा
THE B COMPANY
THE B COMPANY
Dhriti Mishra
Loading...