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28 Mar 2021 · 1 min read

होली

होली के रंग में
अपनों के संग में
जीवन जियो तो
मोद की उमंग में

जो तुम्हारे पास
लेकर आये आस
अपनेपन का उसे
हो जाये अहसास

भूखे को रोटी दो
बड़ी या छोटी दो
तृप्ति हो जाये उसे
इतनी कसौटी दो

चेहरों पे रंगों का
रँगना बे ढंगों का
मतलब कुछ है न
दिखावटी प्रसंगों का

अपनो से प्रेम से
बर्ताव सुखद नेम से
मिलजुलकर सभी से
रहो कुशल क्षेम से

यही तो होली है
प्रकृति की बोली है
खुशियां मन में हों
तो हर दिन रंगोली है

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 259 Views
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