Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2019 · 1 min read

होली

(1)
इसकी होली
उसकी होली
मँहगाई सँग
खिसकी होली।
(2)
गाती होली
भाती होली
रंगों के सँग
छाती होली।
(3)
रुकती होली
चलती होली
रंग वदन पर
मलती होली।
(4)
जीना होली
सीना होली
भंग मीत सँग
पीना होली।
(5)
चंगी होली
संगी होली
दिखती चहुँदिशि
रंगी होली।
(6)
रूखी होली
सूखी होली
प्रेम रंग की
भूखी होली।
(7)
रँगती होली
जमती होली
सजनी दिल में
रमती होली।
(8)
नचती होली
हँसती होली
राग-रंग में
फँसती होली।
(9)
आती होली
जाती होली
गीत प्रेम के
गाती होली।
(10)
बहती होली
महती होली
सदा दिलों में
रहती होली।
*सतीश तिवारी ‘सरस’,नरसिंहपुर (म.प्र.)

Language: Hindi
1 Like · 288 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
Manju sagar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
shabina. Naaz
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
Trishika S Dhara
गीत रीते वादों का .....
गीत रीते वादों का .....
sushil sarna
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Neelam Sharma
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
Ravi Prakash
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
Manisha Manjari
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
Dr. Man Mohan Krishna
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
*सुविचरण*
*सुविचरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
◆कुटिल नीति◆
◆कुटिल नीति◆
*Author प्रणय प्रभात*
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
प्रेमदास वसु सुरेखा
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
लिखते हैं कई बार
लिखते हैं कई बार
Shweta Soni
चाय-दोस्ती - कविता
चाय-दोस्ती - कविता
Kanchan Khanna
कठपुतली का खेल
कठपुतली का खेल
Satish Srijan
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
छोड़ भगौने को चमचा, चल देगा उस दिन ।
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
"आया रे बुढ़ापा"
Dr Meenu Poonia
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
दिल तो ठहरा बावरा, क्या जाने परिणाम।
Suryakant Dwivedi
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
DrLakshman Jha Parimal
💐अज्ञात के प्रति-8💐
💐अज्ञात के प्रति-8💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mamta Rani
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव
मोहतरमा कुबूल है..... कुबूल है /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
(4) ऐ मयूरी ! नाच दे अब !
(4) ऐ मयूरी ! नाच दे अब !
Kishore Nigam
Loading...