Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2020 · 1 min read

होली खेल रहे बरसाने मेरे नटवर नन्द किशोर ।

होली खेल रहे बरसाने,
मेरे नटवर नन्द किशोर ।

गोपी ग्वाल बाल सब नाचें
धूम मची चहुँ ओर
होली आई है कन्हाई
नाचे मस्त मगन मन मोर

होली खेल रहे बरसाने
मेरे नटवर नन्द किशोर ।

लाल गुलाबी नीलो पीलो
हरो रंग लियो घोर
सब रंग फीके पड़े सखी री
श्याम रंग चित चोर

होली खेल रहे बरसाने
मेरे नटवर नन्द किशोर।

देख सामने हुई बावरी
रंग छूट्यो एक ओर
अंग रंगो मोरी रंगी चुनरिया
कर मोसूं बरजोर

होली खेल रहे बरसाने
मेरे नटवर नन्द किशोर ।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 519 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
खता मंजूर नहीं ।
खता मंजूर नहीं ।
Buddha Prakash
2313.
2313.
Dr.Khedu Bharti
*गर्मी की छुट्टी 【बाल कविता】*
*गर्मी की छुट्टी 【बाल कविता】*
Ravi Prakash
मिट्टी बस मिट्टी
मिट्टी बस मिट्टी
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सफर सफर की बात है ।
सफर सफर की बात है ।
Yogendra Chaturwedi
💐प्रेम कौतुक-470💐
💐प्रेम कौतुक-470💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम्हारे लिए हम नये साल में
तुम्हारे लिए हम नये साल में
gurudeenverma198
कभी ना अपने लिए जीया मैं…..
कभी ना अपने लिए जीया मैं…..
AVINASH (Avi...) MEHRA
दिनकर की दीप्ति
दिनकर की दीप्ति
AJAY AMITABH SUMAN
खुद्दार
खुद्दार
अखिलेश 'अखिल'
मेरी पहली चाहत था तू
मेरी पहली चाहत था तू
Dr Manju Saini
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
चैतन्य
चैतन्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है।
Sanjay ' शून्य'
नव वर्ष
नव वर्ष
RAKESH RAKESH
बाल कविता मोटे लाला
बाल कविता मोटे लाला
Ram Krishan Rastogi
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
लोरी (Lullaby)
लोरी (Lullaby)
Shekhar Chandra Mitra
सृष्टि भी स्त्री है
सृष्टि भी स्त्री है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*
*"हरियाली तीज"*
Shashi kala vyas
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
दूर क्षितिज तक जाना है
दूर क्षितिज तक जाना है
Neerja Sharma
Jin kandho par bachpan bita , us kandhe ka mol chukana hai,
Jin kandho par bachpan bita , us kandhe ka mol chukana hai,
Sakshi Tripathi
दिल के टुकड़े
दिल के टुकड़े
Surinder blackpen
मानव जीवन में जरूरी नहीं
मानव जीवन में जरूरी नहीं
Dr.Rashmi Mishra
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Suryakant Dwivedi
तू तो होगी नहीं....!!!
तू तो होगी नहीं....!!!
Kanchan Khanna
हिंदी दोहा -रथ
हिंदी दोहा -रथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मिट्टी की खुश्बू
मिट्टी की खुश्बू
Dr fauzia Naseem shad
Loading...