होते बदनाम रहे नाम से पहले पहले
होते बदनाम रहे नाम से पहले पहले
क्योकि अंजान थे अंजाम से पहले पहले
कहना भूला न उसे ,सीखें सबक भी होंगे
लौट आया है वो जो शाम से पहले पहले
बेकरारी तो जरा देखिये पागल दिल की
हम चले आये है पैगाम से पहले पहले
काम किस्मत से भी हैं बनते बिगड़ते माना
हारना पर नहीं परिणाम से पहले पहले
पहले इंसान बनो काम भले कर जग में
नाम लो राम का हर काम से पहले पहले
भीड़ में सोचते रहते हैं यही हम अक्सर
पूरा कर लें ये सफर जाम से पहले पहले
‘अर्चना’ कर लो ये घर मान के मंदिर अपना
फ़र्ज़ पूरे करो तुम धाम से पहले पहले
डॉ अर्चना गुप्ता
23-11-2017