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15 May 2019 · 1 min read

होगा वही यहाँ पर जो भी होना है

होगा वही यहाँ पर जो भी होना है
फिर क्यों मानव बात बात पर रोना है

मिल जाएगा वो जो तेरा अपना है
पर पूरा होता किसका हर सपना है
जीवन का तो नाम ही पाना खोना है
फिर क्यों मानव बात बात पर रोना है

अपने कर्मों का फल सबको मिलता है
सबक यही अनुभव से हमको मिलता है
पाना है जो सिर्फ वही बस बोना है
फिर क्यों मानव बात बात पर रोना है

चंचल माया नहीं किसी की होती है
रूप सलोना ये काया भी खोती है
साँसें भी सूखे पत्तों का दोना है
फिर क्यों मानव बात बात पर रोना है

आलस से है बड़ी न कोई बीमारी
कर्मठता से मिले सफलता भी भारी
समय गवाकर नहीं यहाँ गर सोना है
फिर क्यों मानव बात बात पर रोना है

14-05-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 378 Views
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