Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2021 · 1 min read

*हे प्रभु संवारो मुझे*

“हे प्रभु संवारो मुझे”
अंतर्मन में नई चेतना जागृत कर ,
सुगम पथ प्रदर्शक दिखला कर ,
सुरभित सुमन चंदन सा महके तनमन ,
हे प्रभु संवारो मुझे…..! ! !
अवगुण भरा हुआ ये जीवन ,
सदविचारों से शुद्ध निर्मल मन ,
काम क्रोध मद लोभ अहंकार दूर हटा ,
हे प्रभु ऊँचा उठाओ मुझे ..! !
तिमिर अज्ञानता का दूर कर ,
नव प्रकाश प्रज्ज्वलित कर ,
आलौकिक ज्ञान भंडार भरकर ,
हे प्रभु प्रकाश पुंज की ओर ले जाओ मुझे…! ! !
पूजा अर्चना मैं ना जानूँ भगवन ,
सत्य राह पे चलना ही जानूँ ,
सुख दुःख संघर्ष कष्ट झेलकर ,
भूल चूक को क्षमा करो प्रभु जी ,
हे प्रभु इस संकट से अब उबारो मुझे ..! ! !
भंवर में नैया डगमग डोल रही ,
अब तो बचा लो इस तूफान से,
तेरा ही सहारा विश्वास लिए हुए हैं ,
हे प्रभु भवसागर पार तार दो मुझे ..! ! !
प्रभु जी चरणों में शीश झुकाते हुए शशि
माया के बंधनों से मुक्ति दिलाओ मुझे।
सुन लो पुकार प्रभु आ जाओ एक बार ,
हे प्रभु ठुकराओ ना मुझे ….! ! !
शशिकला व्यास✍️
जय श्री कृष्णा राधे राधे ??????????

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 380 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
वार
वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
यह रूठना मनाना, मनाकर फिर रूठ जाना ,
यह रूठना मनाना, मनाकर फिर रूठ जाना ,
कवि दीपक बवेजा
अल्फाज़
अल्फाज़
हिमांशु Kulshrestha
नम्रता
नम्रता
ओंकार मिश्र
विजयादशमी
विजयादशमी
Mukesh Kumar Sonkar
हक जता तो दू
हक जता तो दू
Swami Ganganiya
कल की फिक्र में
कल की फिक्र में
shabina. Naaz
याद आए दिन बचपन के
याद आए दिन बचपन के
Manu Vashistha
#बहुत_जल्द
#बहुत_जल्द
*Author प्रणय प्रभात*
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
खुद को मैंने कम उसे ज्यादा लिखा। जीस्त का हिस्सा उसे आधा लिखा। इश्क में उसके कृष्णा बन गया। प्यार में अपने उसे राधा लिखा
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
💐अज्ञात के प्रति-154💐(प्रेम कौतुक-154)
💐अज्ञात के प्रति-154💐(प्रेम कौतुक-154)
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
गुरुकुल शिक्षा पद्धति
विजय कुमार अग्रवाल
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी
लक्ष्मी सिंह
ना फूल मेरी क़ब्र पे
ना फूल मेरी क़ब्र पे
Shweta Soni
तू
तू
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नया साल
नया साल
Dr fauzia Naseem shad
2. काश कभी ऐसा हो पाता
2. काश कभी ऐसा हो पाता
Rajeev Dutta
दवा के ठाँव में
दवा के ठाँव में
Dr. Sunita Singh
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
surenderpal vaidya
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
डार्क वेब और इसके संभावित खतरे
Shyam Sundar Subramanian
बोला नदिया से उदधि, देखो मेरी शान (कुंडलिया)*
बोला नदिया से उदधि, देखो मेरी शान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
VEDANTA PATEL
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
"कहाँ नहीं है राख?"
Dr. Kishan tandon kranti
3049.*पूर्णिका*
3049.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
कह कोई ग़ज़ल
कह कोई ग़ज़ल
Shekhar Chandra Mitra
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
Loading...