Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2021 · 1 min read

हुआ दर्द से प्यार

आज एक गीत आपकी सेवा में
—–
गीत
*****
हुआ दर्द से प्यार
————————

तुम्हीं बताओ
कैसे तोड़ूँ
किये हुए अनुबंध ?

आँखें खोलीं ,
मिली पाॅव को
दलदल की सौगात,
सीख लिया
तब से नयनों ने
जगना सारी रात ,
पीर महकने लगी
उठी आँसू से
मधुर सुगंध ।

पथरीली राहें
पाॅवों में पड़ी
अनेकों ठेक,
संघर्षों का
साॅझा चूल्हा
रहा उन्हें था सेक,
जुड़ा पसीने का
पीड़ा से
मिसरी सा संबंध ।

साथ चले फिर
गये छोड़कर
नदिया के मॅझधार,
जैसे-तैसे
बाहर आये
बैठे हैं इस पार,
अब कुछ झुके
हुए से लगते
तने-तने स्कंध ।

और वज़न कुछ
बढ़ा शीश पर
लेता दर्द हिलोर,
कितनी दूर
और रजनी से
होगी सुंदर भोर ,
साॅसें थोड़ी
इनी-गिनी सी
टूटेगा फिर बंध ।

साथ पुराना
दर्द लगे अब
अपना मुझको यार,
टीस उठे तो
लगता उसने
जतलाया है प्यार,
अंत समय तक
साथ निभेगा
अनुपम किया प्रबंध ।
*****
-महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 2 Comments · 425 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
विधवा
विधवा
Acharya Rama Nand Mandal
रिश्तों की मर्यादा
रिश्तों की मर्यादा
Rajni kapoor
भय के द्वारा ही सदा, शोषण सबका होय
भय के द्वारा ही सदा, शोषण सबका होय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
संबंध क्या
संबंध क्या
Shweta Soni
जीवन चक्र में_ पढ़ाव कई आते है।
जीवन चक्र में_ पढ़ाव कई आते है।
Rajesh vyas
तू प्रतीक है समृद्धि की
तू प्रतीक है समृद्धि की
gurudeenverma198
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
Manoj Mahato
कितना प्यारा कितना पावन
कितना प्यारा कितना पावन
जगदीश लववंशी
पारिजात छंद
पारिजात छंद
Neelam Sharma
#फर्क_तो_है
#फर्क_तो_है
*Author प्रणय प्रभात*
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सत्य कुमार प्रेमी
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
कोशिश करना छोड़ो मत,
कोशिश करना छोड़ो मत,
Ranjeet kumar patre
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
परो को खोल उड़ने को कहा था तुमसे
ruby kumari
बहुत
बहुत
sushil sarna
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
श्याम सिंह बिष्ट
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
पूर्वार्थ
बरसात...
बरसात...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरी बेटी मेरा अभिमान
मेरी बेटी मेरा अभिमान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Mystical Love
Mystical Love
Sidhartha Mishra
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
उम्मीदें  लगाना  छोड़  दो...
उम्मीदें लगाना छोड़ दो...
Aarti sirsat
क्रव्याद
क्रव्याद
Mandar Gangal
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
बुंदेलखंड के आधुनिक कवि पुस्तक कलेक्टर महोदय को भेंट की
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
विमला महरिया मौज
#drarunkumarshastri♥️❤️
#drarunkumarshastri♥️❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लोभ मोह ईष्या 🙏
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...