हिन्दी सेल
मेरे भारत वर्ष में,यानि कि अपने हिन्दोस्तान में,
देशी भाषाओं के विकास को,प्रयत्नशील हैं सभी,
अपने अपने तरीकों से,
किन्तु सवांद,बनाये रखने को,हम एक दुसरे से,
अग्रेंजी मे ही बतियाते हैं,
परन्तु, इस मामले में सुधार हेतु,
सरकार और सरकारी अधिकारी,
कुछ ज्यादा ही प्रयत्नशील हैं,
तभी तो,राष्ट्र भाषा हिन्दी को,
मान सम्मान, देने हेतु,
हिन्दी सेल स्थापित किये जाते हैं।
यों तो,प्रत्येक सरकारी कार्यालयों में,
नियुक्त किये गये हैं,:(हिन्दी ): अधिकारी,
और इन हिन्दी अधिकारियों का काम है क्या❗
यह तो ईश्वर ही जाने,
पर हाँ, हिन्दी के विकास के नाम पर,
अनेक आयोजन करने के लिये,
बजट का प्रावधान भी होता है,
और उस बजट को समायोजित करने के लिये,
इन सेलों,पदों को बनाये रखना,
नितान्त आवश्यक है,
तो देखा आपने,कितने सवेंदनशील हैं यह लोग।
अब हमारे नितिनिर्धारक,इतने सवेंदनशील बने रहे तो,
वह दिन दूर नहीं, जब हमें,
यह आवश्यकता पडे कि,
हिन्दी दुभाषियों कि नियुक्ति के लिये,
आमंत्रित करने पडें,विदेशी,
क्योंकि हम सब तो अग्रेंजीमय हो जायेंगें,
और हिन्दी सिखायेंगें या पढायेंगें,
हमें परदेशी।
। ‼विश्वहिन्दी दिवश पर‼ सादर समर्पित