Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2017 · 1 min read

*हिन्दी भाषा*

विश्व की सारी भाषा जानो
सब की बाप तुम हिंदी मानो।
स्वामी जी ने भी रंग जमाया
अमेरिका में हिंदी को जगाया।

आत्मीय भाषा यह कहलाए
और अपनेपन का भाव जगाए।
भाव से शब्द पुकार के देखो
कि हृदय प्रेम सागर बन जाए।

हिंदुस्तान की शान है हिंदी
दादी मां की जुबान है हिंदी।
अरे मुन्ना मुन्नी रोज पुकारे
रिश्तो की पहचान है हिंदी।

गांव गांव का उत्थान हिंदी
और भारत का सम्मान हिंदी।
शिव डमरू की तान है हिंदी
संस्कृति की पहचान है हिंदी।

आपस का संवाद है हिंदी
मुखवाणी का साज है हिंदी।
कहां तक गाँऊ हिंदी की प्रभुता
जाे ओंकार में नाद है हिंदी।

प्रशांत शर्मा “सरल”
नेहरू वार्ड नरसिंहपुर
मो 9009594797

Language: Hindi
346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं
माँ सिर्फ़ वात्सल्य नहीं
Anand Kumar
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
"इस्राइल -गाज़ा युध्य
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दुर्योधन को चेतावनी
दुर्योधन को चेतावनी
SHAILESH MOHAN
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
करती पुकार वसुंधरा.....
करती पुकार वसुंधरा.....
Kavita Chouhan
*अहं ब्रह्म अस्मि*
*अहं ब्रह्म अस्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
#लघु_व्यंग्य
#लघु_व्यंग्य
*Author प्रणय प्रभात*
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
दर्द देकर मौहब्बत में मुस्कुराता है कोई।
Phool gufran
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
🌹🌹🌹शुभ दिवाली🌹🌹🌹
umesh mehra
आदिपुरुष फ़िल्म
आदिपुरुष फ़िल्म
Dr Archana Gupta
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
All of a sudden, everything feels unfair. You pour yourself
पूर्वार्थ
"अपदस्थ"
Dr. Kishan tandon kranti
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
तोड़ सको तो तोड़ दो ,
sushil sarna
आईने में अगर
आईने में अगर
Dr fauzia Naseem shad
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
yuvraj gautam
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
विश्व तुम्हारे हाथों में,
विश्व तुम्हारे हाथों में,
कुंवर बहादुर सिंह
शिल्पकार
शिल्पकार
Surinder blackpen
बदी करने वाले भी
बदी करने वाले भी
Satish Srijan
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
तुम अपने खुदा पर यकीन रखते हों
तुम अपने खुदा पर यकीन रखते हों
shabina. Naaz
3279.*पूर्णिका*
3279.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...