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24 Dec 2016 · 1 min read

हिदायत

“मयस्सर जो कुर्सी है उसका अब तो

वाजिब इस्तेमाल कर लो ऐ साहिब-ए-सद्र,

शाम सियासत की बदसलूक न हो

अंधेरी रात हुई गर तो ढल जाएगी।।”

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 212 Views
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