हिंदुस्तान
हिंदुस्तान आएगा !!
मेरा ये हौसला देखो वतन के काम आएगा;
तिरंगे की हिफाज़त में ये हिंदुस्तान आएगा !!
जवानी वो नही होती जो यूँही बीत जाती है;
जवानी बस वही है जो वतन के काम आएगा;
तिरंगे की हिफाज़त में………………………!!
के हर कतरा लहू का इस वतन के काम आएगा;
ज़ुबां जब तक चलेगी बस वतन का नाम आएगा !!
वतन की शान-वो-शौक़त को जो दिल में रख नही सकते;
कसम मुझको हिमालय की वो जिन्दा बच नहीं सकते !!
ईसाई, सिख, ये हिन्दू, मुसलमा साथ आएगा !!
तिरंगे की हिफाज़त में ………………………….!!
नहीं मुझको किसी के प्यार की तब तक जरूरत है;
के जब तक इस इमारत में हिन्दुस्तां की मूरत है !!
गिर जाऊं, फिसल जाऊं के फिर भी रो नहीं सकता;
भारत की ज़मी पर ये कभी भी हो नही सकता !!
वतन है जान ये मेरी वतन के काम आएगा ;
तिरंगे की हिफाज़त में…………………….!!
के कोई कह दे के हिंदुस्तान मुर्दाबाद है सुन लूँ ;
बग़ावत शान में हिन्दुस्तां के क़त्ल-ए-आम ही कर दूँ!!
नज़र डालो हिमालय से जहाँ तक डाल सकते हो ;
लगाकर कान धरती में ये धड़कन जान सकते हो !!
के साँसों की ये माला पर वतन श्रृंगार आएगा ;
तिरंगे की हिफाज़त में ………………………..!!