!!! हिंदी को हम नमन करें!!!
मां कह कर के जिसे पुकारा
कंठ में जिसे उतारा है।
मातृभाषा यह हिंदी हमारी
देश बोले जिसे सारा है।।
नमन करें नमन करें हिंदी को हम नमन करें ।
सब को मिलाती अपना बनाती
कितनी भोली भाली है ।
अ से अज्ञान मिटाकर ज्ञा से ज्ञान सिखलाती है।
स्वर है सुंदर व्यंजन भी मधुकर
“हिंदी” सबमें अमन भरे ।
नमन करें नमन करें हिंदी को हम नमन करें ।।
हिंदी है हम हिंदुस्तानी हिंदुस्तान हमारा है।
घर-घर में हिंदी बोले नारायही हमारा है।
मीठे-मीठे भाव यह भरती ,महक रही जिससे धरती।
पढ़े पड़ाएं और बढ़ाएं अनुनय अभिनंदन करें।
नमन करें नमन करें हिंदी को हम नमन करें।।
राजेश व्यास अनुनय