Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2017 · 1 min read

हिंदी का उत्थान

मुक्तक
१.
अपनी भाषा हिंदी का उत्थान करें हम।
इसी हेतु जागृत अपना स्वाभिमान करें हम।
दैनिक सब कार्यों में इसको ही अपनायें
इससे ही संचालित हर संस्थान करें हम।
२.
पूरी दुनिया में हिन्दी का मान बढ़ रहा।
साथ साथ ही भारत का सम्मान बढ़ रहा।
स्थिति अनिश्चय की अब बिल्कुल दूर हो। रही।
प्रगति पथ पर ज्ञान और विज्ञान बढ़ रहा।
३.
पूर्ण जगत में हो रहा, हिन्दी का विस्तार।
और साथ ही बढ़ रहा, भारत के हित प्यार।
यह भाषा है प्रिय बहुत, सबके मन को भाय।
इसी सत्य में है निहित, राष्ट्र प्रेम का सार।
४.
हिन्दी है इस देश के, गौरव की पहचान।
रोज रोज के काम में, इसको दें अधिमान।
सभी दिशा में हम करें, इसका खूब प्रसार।
राष्ट्रभाव के ऐक्य का, सूत्र इसी में जान।
५.
ज्ञान और विज्ञान का आधार हिन्दी।
कर रही है स्वप्न सब साकार हिन्दी।
बढ़ रहे हैं कदम आगे ही निरंतर।
कर रही नव शक्ति का संचार हिन्दी।
*************************
-सुरेन्द्रपाल वैद्य,
पाल ब्रदर्स, मण्डी- १७५००१ (हि.प्र.)

Language: Hindi
1 Comment · 1043 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
2749. *पूर्णिका*
2749. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
surenderpal vaidya
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
किसी ने सही ही कहा है कि आप जितनी आगे वाले कि इज्ज़त करोंगे व
किसी ने सही ही कहा है कि आप जितनी आगे वाले कि इज्ज़त करोंगे व
Shankar N aanjna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भूलाया नहीं जा सकता कभी
भूलाया नहीं जा सकता कभी
gurudeenverma198
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
Ram Krishan Rastogi
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास।
माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरा दुश्मन मेरा मन
मेरा दुश्मन मेरा मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
*तन्हाँ तन्हाँ  मन भटकता है*
*तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तीर'गी  तू  बता  रौशनी  कौन है ।
तीर'गी तू बता रौशनी कौन है ।
Neelam Sharma
विभीषण का दुःख
विभीषण का दुःख
Dr MusafiR BaithA
फितरत कभी नहीं बदलती
फितरत कभी नहीं बदलती
Madhavi Srivastava
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
जर्जर है कानून व्यवस्था,
जर्जर है कानून व्यवस्था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
अब न करेगे इश्क और न करेगे किसी की ग़ुलामी,
Vishal babu (vishu)
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
Dr. Seema Varma
"कठपुतली"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
पूर्वार्थ
“गुरुर मत करो”
“गुरुर मत करो”
Virendra kumar
#अभिनंदन-
#अभिनंदन-
*Author प्रणय प्रभात*
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
हम केतबो ठुमकि -ठुमकि नाचि लिय
DrLakshman Jha Parimal
*आई बारिश हो गई,धरती अब खुशहाल(कुंडलिया)*
*आई बारिश हो गई,धरती अब खुशहाल(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
एक फूल....
एक फूल....
Awadhesh Kumar Singh
Loading...