Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2016 · 1 min read

हिंदी अपनी शान हो

आज़ादी बेशक़ मिली, मन से रहे गुलाम।
राष्ट्रभाषा पिछड़ गयी, मिला न उचित मुक़ाम।।

सरकारें चलती रहीं, मैकाले की चाल।
हिंदी अपने देश में, उपेक्षित बदहाल।।

निज भाषा को छोड़कर, परभाषा में काज ।
शिक्षा, शासन हर जगह, अंग्रेजी का राज।।

मीरा, कबीर जायसी, तुलसी, सुर, रसखान।
भक्तिकाल ने बढ़ाया, हिंदी का सम्मान।।

देश प्रेमियों ने लिखा, था विप्लव का गान।
प्रथम क्रांति की चेतना, हिंदी का वरदान।।

हिंदी सबको जोड़ती, करती है सत्कार।
विपुल शब्द भण्डार है, वैज्ञानिक आधार।।

स्वर व्यंजन के मेल का, नहीं है कोई जोड़।
देवनागरी को कहें, ध्वनि शास्त्री बेजोड़।।

बिन हिंदी चलता नहीं, भारत का बाज़ार।
टी .वी., फिल्मों को मिला, हिंदी से विस्तार।।

भाषा सबको बाँधती, भाषा है अनमोल।
हिंदी उर्दू जब मिले, बनते मीठे बोल।।

सब भाषा को मान दें, रखें सभी का ज्ञान।
हिंदी अपनी शान हो, हिंदी हो अभिमान।।

हिंदी हिंदुस्तान की, सदियों से पहचान।
हिंदीजन मिल कर करें, हिंदी का उत्थान।।

© हिमकर श्याम

Language: Hindi
2 Comments · 469 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नामुमकिन
नामुमकिन
Srishty Bansal
सुप्रभात
सुप्रभात
Arun B Jain
"स्वप्न".........
Kailash singh
बिन फले तो
बिन फले तो
surenderpal vaidya
दोस्ती का कर्ज
दोस्ती का कर्ज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
बंद पंछी
बंद पंछी
लक्ष्मी सिंह
नवनिर्माण
नवनिर्माण
विनोद सिल्ला
■ कोई तो हो...।।
■ कोई तो हो...।।
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-356💐
💐प्रेम कौतुक-356💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
it's a generation of the tired and fluent in silence.
it's a generation of the tired and fluent in silence.
पूर्वार्थ
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
23/56.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/56.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुशी की तलाश
खुशी की तलाश
Sandeep Pande
*अलविदा तेईस*
*अलविदा तेईस*
Shashi kala vyas
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
#कहमुकरी
#कहमुकरी
Suryakant Dwivedi
पंडित मदनमोहन मालवीय
पंडित मदनमोहन मालवीय
नूरफातिमा खातून नूरी
13, हिन्दी- दिवस
13, हिन्दी- दिवस
Dr Shweta sood
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
रुई-रुई से धागा बना
रुई-रुई से धागा बना
TARAN VERMA
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी में किसी से अपनी तुलना मत करो
जिंदगी में किसी से अपनी तुलना मत करो
Swati
आप अपना कुछ कहते रहें ,  आप अपना कुछ लिखते रहें!  कोई पढ़ें य
आप अपना कुछ कहते रहें , आप अपना कुछ लिखते रहें! कोई पढ़ें य
DrLakshman Jha Parimal
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
*सच्चाई यह जानिए, जीवन दुःख-प्रधान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"महंगाई"
Slok maurya "umang"
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
Loading...